
निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
आज दिनांक 18 दिसंबर 2022 को अखिल भारतीय आयुर्वेद विशेषज्ञ स्नातकोत्तर संगठन (ए.आई.एस.पी.जी.ए.) के तत्वावधान में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आयुर्वेद संकाय तथा राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय वाराणसी के विशेषज्ञ चिकित्सकों तथा रेजिडेंट डॉक्टरो के द्वारा मिर्जापुर के चिल्ल क्षेत्र में स्थित एस.के.महिला महाविद्यालय में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
इस शिविर में कायचिकित्सा एवं पंचकर्म के विशेषज्ञ काशी हिंदू विश्वविद्यालय से प्रोफेसर जे.एस. त्रिपाठी, प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद, डॉ अजय पांडे, डॉ विजय श्रीवास्तव तथा स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दीपा मिश्रा , डॉ प्रीती चौहान तथा राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय वाराणसी से डॉ अजय कुमार तथा डॉ अनुभा श्रीवास्तव ने रोगियों को निशुल्क स्वास्थ्य परामर्श दिया तथा उनके ब्लड प्रेशर, शुगर तथा हिमोग्लोबिन की भी जांच निशुल्क की गई तथा सभी रोगियों को निशुल्क दवाएं भी प्रदान की गई। यह शिविर सुबह 10:00 बजे से प्रारंभ होकर 3:00 बजे शाम तक चला जिसमें विभिन्न रोगों के 500 से भी ज्यादा मरीज देखे गए। सबसे ज्यादा मरीजों को जोड़ संबंधी शिकायत थी जिसके लिए औषधियों के साथ-साथ दर्द नाशक तेल का भी वितरण किया गया।
एस. के. महिला महाविद्यालय के चेयरमैन राजकुमार यादव तथा एस. के. हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर शैलेंद्र यादव ने इस कैंप के लिए संपूर्ण सहयोग दिया तथा मरीजों के लिए प्रतीक्षालय कुर्सी-मेज आदि की व्यवस्था की।
सीनियर रेजीडेन्ट डॉ राजेश जैन, जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर अजय गुप्ता, डॉक्टर राजेश कुमार डॉ अब्दुल वाहिद डॉ आशुतोष, डॉ योगेश मिश्रा, डॉ आदित्य चौहान ने स्वास्थ्य शिविर में सहयोग दिया तथा मरीजों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया।
अखिल भारतीय आयुर्वेद विशेषज्ञ स्नातकोत्तर संगठन (ए.आई.एस.पी.जी.ए.) के वाराणसी ब्रांच के जनरल सेक्रेटरी डॉ अजय कुमार ने बताया की यह संगठन 1980 के दशक से आयुर्वेद के क्षेत्र में लगातार काम करता आ रहा है और जगह जगह निशुल्क स्वास्थ्य शिविर तथा आयुर्वेद विषयक संगोष्ठी का आयोजन करता रहा है । इसी कड़ी में आज का स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया है।
संगठन के राष्ट्रीय सचिव तथा काशी हिंदू विश्वविद्यालय में काय चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डॉ राजेंद्र प्रसाद ने बताया की प्रत्येक वर्ष तीन से चार स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाते हैं और अगले तीन महीनों में पुनः एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करने की योजना है।